Shivalik Himalaya – Formation, Features, Valleys, Geography Notes in Hindi

शिवालिक हिमालय
  • इसे नवीन हिमालय, बाह्य हिमालय या नवीन हिमालय / टर्शरी भी कहते हैं।
  • यह हिमालय का सबसे नया भाग है जो युवा अवस्था में है।
  • यहाँ की पर्वत श्रेणियाँ ढालों में मिलने वाली नदियों द्वारा लाए गए अवसादों से निर्मित होने पर अपनी असमान प्रस्तर क्रिया से युक्त दिखती हैं।
  • शिवालिक घाटी तथा झील अवसादों की मोटी परत का ढेर हुई है।
  • इसका निर्माण मानसून से एरेशनसीन क्रिया तक हुआ है।
  • सबसे विस्तृत पर्वत क्षेत्र पंजाब के पोटवार बेसिन से पूर्व असम तक विस्तृत है।
  • इसकी औसत ऊँचाई 600 मीटर से 1500 मीटर तक तथा औसत चौड़ाई 10 से 50 किमी तक है।
  • जनजातीय पर्वत शृंखलाओं में इसे मानस पर्वत का नाम दिया है।
  • शिवालिक के निचले भाग को ‘दून’ अर्थात भवर क्षेत्र कहते हैं।
  • दून क्षेत्र शिवालिक से लेकर मध्य हिमालय के बीच स्थित है।
  • यह दक्षिणी पर्वत श्रेणी यमुनाघाटी प्रदेश है।
  • शिवालिक और मध्य हिमालय के बीच अनेक घाटियाँ पाई जाती हैं। जिसे पंजाब में दून (देहरादून), पूरब में दार (हबिकट) कहा जाता है।
  • यह हिमालय दक्षिणान पठार एवं पूर्व हिमालय से अकार्षण पर्वत से मिल जाती है।
  • शिवालिक का दक्षिण–पश्चिमी भू–भाग अघुमान है।
Himalaya Classification Diagram

नदी घाटियों के सीमाओं के आधार पर पश्चिम से पूर्व तक हिमालय का भौगोलिक विभाजन –

  1. पंजाब हिमालय
  2. कुमाऊँ हिमालय
  3. नेपाल हिमालय
  4. असम हिमालय

हिमालय को 4 प्राकृतिक भागों में विभाजित सर हेनरी सुमिट द्वारा सर्वप्रथम पश्चिम से पूर्व की ओर विभाजन घाटियों की ऊँचाई मानकर किया गया।

पंजाब हिमालय / कश्मीर हिमालय

विस्तार: सिंधु नदी तथा सतलुज नदी के मध्य का पर्वतीय भाग जिसकी लम्बाई लगभग 560 किमी है।

  • पंजाब हिमालय को कश्मीर हिमालय तथा हिमाचल हिमालय में भी कहा जाता है।
  • इस क्षेत्र में प्रमुख पर्वत श्रेणियाँ – हिमाद्रि, पीर पंजाल पर्वतमाला, लद्दाख घाटी, श्योक घाटी आदि।
  • कश्मीर हिमालय कश्मीर की झीलों के लिए प्रसिद्ध है।
नोट: कर्लो–द्विकाली चट्टानों की मिट्टी होती है।

कुमाऊँ हिमालय

विस्तार: सतलुज नदी तथा काली नदी के मध्य का पर्वतीय भाग जिसकी लंबाई लगभग 320 किमी है।

  • गंगा, यमुना तथा काली नदी की घाटियों का उत्थान कुमाऊँ हिमालय में ही होता है।
  • कुमाऊँ हिमालय में नानताल, बद्रीनाथ तथा कुमाऊँ पर्वत श्रेणियाँ प्रमुख घाटियाँ हैं।
  • इसमें सर्वोच्च शिखर नन्दा देवी (7817 मी.) है।

नेपाल हिमालय

विस्तार: काली नदी एवं तिस्ता नदी के मध्य स्थित हिमालय जिसकी लंबाई लगभग 800 किमी है।

  • इसकी अधिकतम क्षेत्र नेपाल में स्थित है।
  • यह केवल दक्षिणी शिवालिक से लेकर उत्तरी, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम में भी विस्तृत है।
  • विश्व का सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट इसी क्षेत्र में स्थित है।

असम हिमालय

विस्तार: तिस्ता नदी से दिहांग (ब्रहमपुत्र) नदी तक, जिसकी लंबाई लगभग 750 किमी है।

  • इसके अंतर्गत उत्तर बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश एवं पूर्वी हिमालय भी शामिल है।
  • दिहांग की घाटियाँ इसका समाप्ति हिमालय के अंतर्गत आती हैं।
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